कोरोना वायरस से बचने के लिए शहर की मस्जिदों से जागरूकता संदेश लाउडस्पीकर से प्रसारित किए जा रहे हैं। जनता कर्फ्यू के दौरान मस्जिदों में अजान के बाद घर में ही नमाज पढऩे की अपील भी की गई। जामा मस्जिद घंटाघर से दोपहर में एलान किया गया कि पूरी दुनिया में फैल चुके कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए जो हुकूमत कह रही है, उसमें बढ़चढ़कर हिस्सेदारी की जरूरत है। इस मुश्किल हालात में घर पर रहकर ही नमाज अदा करें।
मस्जिदों से प्रसारित किए गए जागरूकता संदेश
रखनाथ, तुर्कमानपुर, तिवारीपुर, जाफरा बाजार व रसूलपुर की कई मस्जिदों से भी लोगों से बेवजह न घूमने की अपील की गई। मौलाना जुनैद आलम ने कहा कि कोरोना वायरस से बचने के लिए सब्र और सतर्कता की जरूरत है। लोग एक साथ इकट्ठा न हों, साथ ही भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। हाफिज मोइनुद्दीन अहमद ने कहा कि सोशल मीडिया पर चल रहे अफवाहों से दूर रहें। घर में नमाज अदा करने के बाद इस बीमारी से निजात की दुआ भी मांगें।
वाट्सएप पर सक्रिय रहें, दूसरों को जागरूक भी करें
कोरोना से बचाव के लिए विश्वविद्यालय और महाविद्यालय में अवकाश भले कर दिया गया हो, लेकिन अधिकारियों को वाट्सएप ग्रुप पर सक्रिय रहने के निर्देश दिए गए हैं। शिक्षकों, कर्मचारियों के साथ छात्रों को भी शासन की गाइड लाइन से अपडेट रहने को कहा गया है। रविवार को पूरे दिन जनता कफ्र्यू को लेकर जारी आदेश-निर्देश ग्रुप पर चलते रहे।
वेबसाइट पर जारी निर्देशों से अपडेट रखने निर्देश
उच्च शिक्षा विभाग के ग्रुप पर जुड़े अधिकारियों, कर्मचारियों व छात्रों को कोरोना संक्रमण के बारे में न केवल जागरूक किया गया बल्कि दूसरों को भी सतर्क करने के निर्देश दिए गए। उन्हें विभाग की वेबसाइट पर जारी निर्देशों से अपडेट रखने को कहा गया। विश्वविद्यालय व महाविद्यालय में कार्यरत अधिक उम्र के शिक्षकों व कर्मचारियों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। उनसे अनुरोध किया गया कि वह सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचें साथ ही सुरक्षा उपायों का भी कड़ाई से पालन करें।
इस संबंध में कुलसचिव डॉ. ओमप्रकाश ने बताया कि शासन से इस संबंध में आए निर्देशों का सख्ती से पालन कराया जा रहा है।