बेरोजगारी और विदेश में नौकरी करने की चाह में युवक जालसाजों के चंगुल में फंस कर लाखों रुपये गंवा रहे हैं। एक वर्ष में 75 लोग विदेश में नौकरी पाने के नाम पर ठगी का शिकार हो चुके हैं। सदर कोतवाली सहित अन्य थानों की पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत किया है।
इनके साथ हो चुकी है जालसाजी
देवरिया के गौरीबाजार थाना क्षेत्र के बभनौली निवासी एक जालसाज गौरी बाजार में ट्रेनिंग सेंटर चलाता है। रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम लक्ष्मीपुर (जंगल अकटहा) निवासी निरंजन प्रजापति, जनार्दन गुप्ता, रंजीत शर्मा, राम भरथ पाल, गब्बूलाल सोनकर, जगेश, मुन्ना निषाद व गोरखपुर निवासी विपिन, जीतेन्द्र व राम प्रसाद सोनकर ने विदेश में नौकरी करने के लिए साढ़े पांच लाख रुपये दिया था। इसके अलावा शहर के अली नगर निवासी सब्बीर आलम, भुजौली निवासी मकसूद आलम, बढय़ा बुजुर्ग निवासी चंद्रमोहन पासवान, सदर कोतवाली के मोहनीदेई निवासी गिरिजाशंकर राजभर समेत अन्य लोग भी जालसाजी का शिकार 2019 में हुए।
शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों तक खुले हैं ट्रेनिंग सेंटर
शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों में विभिन्न जगहों पर टेस्ट व ट्रेनिंग सेंटर चलाए जा रहे हैं। इनमें से कुछ के पास प्रशिक्षण दिलाने का लाइसेंस है, लेकिन अधिकांश लोगों के पास विदेश भेजने के लिए लाइसेंस नहीं है। इसके बाद भी इनके यहां मुंबई व विदेश से लोग आकर टेस्ट ले रहे हैं। बेरोजगारों को विदेश भेजने का वीजा दे रहे हैं। जालसाजों के चंगुल में आकर बेरोजगार लाखों रुपये गंवा रहे हैं।
ये हुए गिरफ्तार
बरहज निवासी इम्तियाज अहमद ने विदेश भेजने के नाम पर, बरहज के ही अंकित वर्मा, राकेश वर्मा निवासी बेल्थरा रोड, हीरा लाल वर्मा निवासी मुबारकपुर आजमगढ़, धर्मदत्त चिल्लूपार गोरखपुर से 80-80 हजार रुपये लिए। आरोपित को पुलिस ने 10 फरवरी 2020 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों के साथ ठगी करने वालों पर पुलिस की नजर है। जो मामले संज्ञान में आए उन आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। - डा. श्रीपति मिश्र, पुलिस अधीक्षक।